झुंझुनू में घूमने के प्रमुख स्थान (Top Places to Visit in Jhunjhunu)
भारत के कण कण का अपना एक इतिहास रहा है। हमारी परंपरा और सभ्यता सदियों से चली आ रही है। ऐसी ही परंपराओ और सभ्यताओ को समेटे हुए झुंझुनू जिला राजस्थान में उत्तर की ओर शेखावाटी क्षेत्र मे स्थित है। झुंझुनू जिले का मुख्यालय झुंझुनू मे ही स्थित है। इस जिले की समुद्र तल से उचाई 323 मी० है। ऐसा कहा जाता है कि इस शहर का नाम झुंझा या जुझार सिंह नेहरा नामक एक जाट नेता की याद में झुंझुनू रखा गया था। झुंझुनू अपनी ऐतिहासिक विरासतो के लिए शुरू से ही आकर्षण का केंद्र रहा है।
आज हम आपको झुंझुनू के कुछ विशेष जगहो के बारे मे बताने जा रहे है, जहाँ आपको अपनी झुंझुनू यात्रा के दौरान अवश्य जाना चाहिए।
रानी सती मंदिर (Rani Sati Temple Jhunjhunu)
रानी सती मंदिर एक बहुत प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ है ।
यह मंदिर लगभग 400 साल पुराना है। यह मंदिर झुंझुनू की पहाड़ियों पर स्थित है और यहाँ बजने वाले भजन की आवाज़ काफी दूर तक सुनाई देती है। माता रानी सती को उनके भक्त ‘दादी जी ‘ कह कर बुलाते है ।
सोने चांदी की हवेली
यह हवेली अपने आप मे हमारे शिल्प कला की एक अनोखी मिशाल है। यह हवेली प्राकृतिक और सोने के स्वरों में भित्ति चित्रों से ढकी हुई है। इसके भित्तिचित्र हिंदू पौराणिक कथाओं को समर्पित हैं। यहाँ की छते बहुत ही सुंदर है। अगर आप फोटो लेने के शौकीन नही भी है तो एक बार यहाँ जाने के बाद आप खुद को तस्वीरें लेने से रोक नही पाएंगे। इस हवेली में सुनहरे रंग से रंगा गया कमरा आकर्षण का मुख्य केंद्र है।
मोदी और तिबरवाला हवेली (Tibrewala and Modi Haveli)
यह एक विरासत इमारत है। यह हवेली सेठ ईश्वरदास मोहन दास मोदी और कनीराम नृसिंहदास टीबरेवाल की बताई जाती है। मोदी और तिबरवाला हवेली शहर से 20 किमी दूर मुख्य बाजार में स्थित हैं। हवेली फ्रेस्को की प्रचुरता के साथ समृद्ध आदिम संरचनात्मक शैली को चित्रित करती है। अंदर की दीवार के रंग की पेंटिंग अच्छी है। कला देखने के लिए वहां जरूर जाना चाहिए…
आठ हवेलियां
आठ हवेली ऐसी एक जगह है जो आपको पुरानी दुनिया के आकर्षण, सुंदर वास्तुकला और आकर्षक आंतरिक सज्जा के बेहतरीन पारंपरिक डिजाइनों से रूबरू कराती है।इसकी दीवारों पर हिंदू देवताओं के सुंदर चित्र ,शानदार और बेहद सुंदर नक्काशी की गयी है। शाम के बाद हवेली जीवंत हो जाती है जब इसके अंदरूनी भाग इस पर पड़ने वाली रंगीन रोशनी से जगमगाते हैं।
बादलगढ़ का किला
बादलगढ़ के किले का निर्माण 16 वीं शताब्दी की शुरुआत में एक मुस्लिम शासक नवाब फजल खान के शासनकाल मे किया गया था।इसे 1730 के दशक में एक राजपूत नेता शार्दुल सिंहजी ने अपने कब्जे में ले लिया था।
इस किले को राजस्थान के अधिकांश किलों की तरह आज भी एक विरासत होटल के रूप में नहीं चलाया जा रहा है, बल्कि किले की प्राचीर को झुंझुनू शहर को देखने के वाले पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। बादलगढ़ किले की दिवारों पर किया गया काम काफी खूबसूरत और मनमोहक है, जो पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करता है।
How to reach Jhunjhnu
अगर आप झुंझनु सड़क से जाना चाहते है तो, यह शहर अपने आस पास के क्षेत्रों से भली भाँति जुड़ा हुआ है। आपको यहाँ के लिए बस की भी सुविधा मिल जायेगी। यदि आप भारतीय रेल के माध्यम से अपनी यात्रा करना चाहते है तो रेलवे द्वारा दिल्ली और जयपुर दोनो ही स्टेशनो से यहाँ के लिए ट्रेन चलाई जाती है।
Best time to Visit Jhunjhnu
जैसा की आप जानते ही होंगे की राजस्थान मे काफी गर्मी पड़ती है, इसलिए आपको झुंझनु की यात्रा सर्दियों के दिनों मे ही करनी चाहिए।
झुंझुनू की यात्रा का आनंद लेने के लिए अक्टूबर से मार्च के बीच का समय सबसे अच्छा माना जाता है।
अगर आप स्थापत्य कला और भारतीय इतिहास मे रुचि रखते है तो शेखावाटी क्षेत्र का झुंझनु आपके घूमने के लिए आदर्श जगहो मे से एक है।
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