उत्तराखंड में स्थित हरिद्वार हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। अगरबत्ती की मीठी सुगंध और गंगा घाट के चारों ओर पुजारियों, साधुओं के मंत्रों के उच्चारण और गंगा की सुबह शाम होती आरती हरिद्वार को अलौकिक और आकर्षक बनाती है। हर की पौड़ी, भारत माता मंदिर, दक्ष महादेव मंदिर, बिरला घाट, सप्त ऋषि आश्रम के दर्शन करने लाखों लोग यहां आते हैं। यदि आप भी हरिद्वार आए हैं, तो यहां पर स्थित बिश्नोई धर्मशाला की सारी जानकारी आपको इस पोस्ट में उपलब्ध हो जाएगी।
विष्णु जामिया जी महाराज ट्रस्ट द्वारा संचालित यह धर्मशाला तीन मंजिला भवन में बनी होने के साथ एक बहुत बड़े स्क्वेयर क्षेत्रफल में निर्मित है, जहां आपके ठहरने के लिए बहुत सारे कमरे उपलब्ध है। यदि आप बिश्नोई समुदाय से है, तो यहां पर आपसे कोई शुल्क नहीं लिया जाता है तथा भोजन भी आपको मुफ्त मिल जाता है, लेकिन आप चाहे तो यहां के दानपात्र में राशि डाल सकते हैं। यात्रियों को अपना पहचान पत्र यहां के कार्यालय में रजिस्टर्ड कराना होता है, साथ हीं आश्रम खुलने का समय सुबह 5:00 बजे तथा रात्रि 10:00 बजे आश्रम के गेट बंद हो जाते हैं।
यहां पर भोजन आपको सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक मिलता है, तथा शाम को संध्या आरती के पश्चात आपको भोजन की सुविधा मिल जाती है, जिसमें कमरे के अंदर भोजन लें जाने और खाने की मनाही होती है। धर्मशाला के अंदर बने मंदिर में प्रातः काल के यज्ञ और संध्या काल की आरती में सम्मिलित होना सभी को अनिवार्य है।
हरिद्वार में स्थित बिश्नोई धर्मशाला का पता
Kharkhadi, Near Bhimgoda, Haridwar, Uttarakhand, 249401.
(खरखरी, भीमगोड़ा के पास, हरिद्वार, उत्तराखंड, 249401)
तो दोस्तों यदि आप भी स्वर्ग की नगरी हरिद्वार आए हैं, तो यहां पर स्थित बिश्नोई आश्रम में जरूर ठहरिएगा और हमें कमेंट करके बताइएगा कि यह पोस्ट आपको कैसी लगी।
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