चित्रकूट उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में आता है। चित्रकूट का अपना सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक और पुरातात्विक महत्व है। ऐसा कहा जाता है की चित्रकूट भगवान् राम की कर्म भूमि है। यहाँ भगवान् राम ने अपने वनवास के 11 वर्ष बिताये थे। इस पोस्ट में हम आपको चित्रकूट में घूमने की अच्छी जगहों के बारे में जानकारी देंगे।
Tourist Places in Chitrakoot:चित्रकूट में घूमने लायक उत्तम स्थान
1- माता सती अनुसुइया मंदिर (Sati Anusuiya Ashram)
माता सती अनुसुइया मंदिर माता सती को समर्पित है। यह वह स्थान है जहां माता सती ने अकाल की समाप्ति के लिए भगवान की स्तुति की थी।
2- जानकी कुंड
जानकी कुंड मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है। चित्रकूट में इस स्थान का बहुत महत्व है। यह वह स्थान है जहां देवी सीता वनवास के दौरान स्नान करती थी।
3- भरत कूप
भरतकूप वह कुआं है जहां भरत ने सभी तीर्थ स्थानों का जल एकत्र किया था। यहां कुए के साथ-साथ कई मंदिर भी है।
4- मार्फा झरना (chitrakoot waterfall)
मार्फा झरना अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है।यहां आपको मंदिर, झरने और किले भी देखने के लिए मिल जाएंगे।
5- भरत मिलाप मंदिर
भरत मिलाप मंदिर चित्रकूट के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर उस स्थान पर है जहां भगवान राम अपने भाई भरत से मिले थे।
6- गुप्त गोदावरी (Gupt Godavari)
गुप्त गोदावरी दो गुफाओं का जोड़ा है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम अपनी गुप्त बैठके यही किया करते थे ।
7- कामदगिरि
कामदगिरि एक बेहद खूबसूरत पहाड़ी है। इस पहाड़ी के चारों तरफ मंदिर है। इस पहाड़ी की परिक्रमा लगाने का विशेष महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि यहाँ परिक्रमा लगाने से सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं।
8- राजापुर
राजापुर वह स्थान है जहां तुलसीदास जी का जन्म हुआ था। यह तुलसीदास जी का पैतृक गांव है। यहां तुलसीदास जी का मंदिर भी उपस्थित है।
9- स्फटिक शिला (Sphatic Shila)
स्फटिक शिला मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है। स्फटिक शिला दो चट्टानों का स्थान है। इस स्थान पर माता सीता और भगवान राम के पैरों के निशान अब भी मौजूद हैं।
10- रामघाट (Ramghat Chitrakoot)
रामघाट चित्रकूट में प्रसिद्ध स्थानों में से एक है राम घाट। यह वह स्थान है जहां भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण जी प्रसिद्ध कवि तुलसीदास के समक्ष प्रकट हुए थे। यहीं पर तुलसीदास जी ने रामचरितमानस लिखना प्रारंभ की थी।
चित्रकूट जाने का उत्तम समय
आप चित्रकूट घूमने के साल में कभी भी आ सकते है। इस के अलावा आप राम नवमी , दशहेरा , दिवाली के मौके पर भी आ सकते है। इस समय चित्रकूट में एक अलग ही रौनक देखने के लिए मिलेगी।
पूर्णिमा और अमावश्या के अवसर पर भी आप यहाँ आ सकते है। इस समय यहाँ विशेष पूजा का आयोजन व् मेले लगते है।
कैसे पहुंचे चित्रकूट
फ्लाइटद्वारा– इलाहाबाद एयरपोर्ट पर उतर कर आप चित्रकूट पहुंच सकते है। इलाहाबाद एयरपोर्ट से चित्रकूट की दूरी 119 किलोमीटर।
ट्रैनद्वारा – चिरकूट , करवी रेलवे स्टेशन उतर कर भी आप चित्रकूट पहुंच सकते है।
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