हरिद्वार को सनातन हिन्दू धर्म की आस्था का केंद्र माना जाता है। हरिद्वार में स्थित हर की पौड़ी, जो कि एक घाट है, को राजा विक्रमादित्य ने अपने भाई भृतहरी की याद में बनवाया था। हर की पौड़ी के साथ किवदंती जुड़ी हुई है कि यहां स्नान मात्र से जन्म जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं। हरिद्वार की दूसरी ऐसी चीज जो यहां श्रृद्धालुओं को मोहित करती है, वह हैं यहां की गंगा आरती। हर संध्या को यहां पर हजारों दीयों के साथ गंगा आरती की जाती है। यदि आप भी हरिद्वार आए हैं, तो यहां पर स्थित यादव समाज की धर्मशाला की सारी जानकारी आपको इस पोस्ट में उपलब्ध हो जाएगी।
Yadav Bhavan Haridwar
यह धर्मशाला दक्ष महादेव मंदिर के पास स्थित होने आपको हरिद्वार की सैर के बाद यादव धर्मशाला अच्छा भोजन देने के साथ आराम करने की भी अच्छी जगह देती है। यह एक बजट के अनुकूल और औसत गुणवत्ता वाली धर्मशाला है। यहां पर एसी रूम भी आपको कम प्राइस में उपलब्ध हो जाते हैं। यहां गंगा स्नान करने के बाद आप गंगा घाट से धर्मशाला 10 मिनट में हीं पहुंच सकते हैं। धर्मशाला में आपको साधारण रूम भी उपलब्ध होने के साथ पार्किंग सुविधा भी धर्मशाला के अंदर हीं है। धर्मशाला में आपको लाॅकर भी मिल जाता है, साथ हीं यात्रियों को चेतावनी दी जाती है कि अपने कीमती सामानों को लाॅकर में हीं रखें, अन्यथा चोरी वगैरह हो जाने पर धर्मशाला प्रबंधन की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
धर्मशाला में खाने के लिए आपको साधारण भोजन उपलब्ध हो जाता है। यहां पर ठहरने के लिए आपको धर्मशाला के नियम कायदों को मानना आवश्यक है, किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता पर आपको धर्मशाला से निष्कासित किया जा सकता है। यहां ठहरने के लिए आपके पास वैलिड/मान्य दस्तावेज का होना आवश्यक है, वरन् आपको रूम मिलने में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। धर्मशाला पूर्ण रूप से इकोफ्रेंडली होने के साथ आपको हरिद्वार का प्राकृतिक वातावरण भी उपलब्ध करवाती है, जो आत्मशांति के लिए एक बहुत हीं अच्छी जगह हैं।
धर्मशाला का पता-
Gulab Bagh, Gyan Lok Colony, Mayapur, Haridwar, Uttarakhand, 249408.
(गुलाब बाग, ज्ञान लोक काॅलोनी, मायापुर, हरिद्वार, 249408)
तो दोस्तों यदि आप भी हरिद्वार में गंगा दर्शन हेतु आते हैं तो यहां पर स्थित यादव धर्मशाला में जरूर ठहरिएगा और हमें कमेंट करके बताइएगा कि यह पोस्ट आपको कैसी लगी।
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