Grishneshwar Temple in Aurangabad-घृष्णेश्वर मंदिर की सम्पूर्ण जानकारी
घृणेश्वर मंदिर में भगवान् शिव ज्योतिर्लिंग रूप में विराजमान है। पुराणों के अनुसार घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान् शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में अंतिम ज्योतिर्लिंग यानि की बाहरवां ज्योतिर्लिंग है। घृणेश्वर का अर्थ है करुणा का स्वामी।
वेदो में घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग को प्रकाश का लिंग भी कहा गया है।
घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग कहा स्थित है-GHRINESHWAR JYOTIRLING LOCATION
घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर से उत्तर पश्चिम में करीब 30 किलोमीटर दूर वेरुल, एलोरा में स्तिथ है।
घृणेश्वर मंदिर ज्योतिर्लिंग दर्शन महत्व -GHRINESHWAR JYOTIRLING DARSHAN IMPORTANCE
घृणेश्वर मंदिर में विराजमान ज्योतिर्लिंग को करुणा का स्वामी कहा जाता है।
इसलिए जो भी व्यक्ति यहाँ दर्शन के लिए अत है प्रभु उन के कष्ट हर लेते है।
पुराणों में कहा जाता है की जो भी व्यक्ति यहाँ आकर भगवान् शिव की पूजा कर लेता है वह सभी ज्योतिर्लिंगों की पूजा कर लेता है।
घृणेश्वर मंदिर में शिवलिंग का मुख पूर्व की ओर विराजमान है इसलिए यहाँ दर्शन करने का महत्व औऱ अधिक बढ़ जाता है।
घृणेश्वर मंदिर में कोई यज्ञ , अनुष्ठान या बलिदान नहीं होता है। इसलिए भी यहाँ दर्शन का विशेष महत्व। यहाँ प्रभु सबके कष्ट हरते है। किसी को भी किसी प्रकार का कष्ट नहीं देते है।
यहाँ कोई भी व्यक्ति भगवान् शिव का आशीर्वाद लेने के लिए गर्भग्रह में प्रवेश कर सकता है।
घृणेश्वर मंदिर इतिहास-GHRINESHWAR TEMPLE HISTORY
इतिहास में ऐसे साक्ष्य मिलते है की घृणेश्वर मंदिर का निर्माण 13वी शताब्दी से पहले हुआ है। 14वी शताब्दी के दौरान दिल्ली सल्तनत के शासको ने कई बार मंदिर का विनाश किया।
16 वी शताब्दी में पुनः मालोजी भोसले ने मंदिर का पुनः निर्माण करवाया था। इसके बाद मुग़ल साम्राज्य में कई बार घृणेश्वर मंदिर पर हमले हुए और मंदिर को नष्ट किया गया।
मुग़ल साम्राज्य के पतन के बाद 18 वी शताब्दी में इंदौर की रानी अहिल्या बाई होल्कर ने मंदिर का पुनः निर्माण करवाया है। वर्तमान में मंदिर की जो संरचना है वह अहिल्या बाई होल्कर द्वारा ही बनवाई गई है।
घृणेश्वर मंदिर संरचना-GHRINESHWAR TEMPLE STRUCTURE
घृणेशवर मंदिर दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित है। मंदिर का भवन पांच स्तरीय शिखर को प्रदर्शित करता है।
घृणेश्वर मंदिर लाल पत्थर से निर्मित है। मंदिर परिसर में एक कोर्ट हॉल है जो की 24 स्तम्भों द्वारा निर्मित है। यहाँ प्रत्येक स्तम्भ पर भगवान् शिव से सम्बंधित पौराणिक कहानियों का वर्णन है।
मंदिर परिसर में गर्भ ग्रह भी है। जहां भगवन शिव, शिवलिंग रूप में पूर्व दिशा की ओर मुख किये हुए विराजमान है।
मंदिर परिसर में विष्णु भगवान् के दस रूपों को दर्शाया गया है। साथ ही अन्य देवी देवताओ और नंदी महाराज की मूर्ति भी यह स्थित है।
घृणेश्वर मंदिर दर्शन समय-GHRINESHWAR TEMPLE DARSHAN TIMING
सुबह – 5 :30 सेशाम 9 :30 तक
प्रातकालपूजा – सुबह 6 बजे
दोपहरपूजा – दोपहर 1 बजे
सायंकालपूजा – शाम 5 बजे
मंगलआरतीसुबह -4 बजे
जलधारीसंगम – सुबह 8 बजे
महाप्रसाद – दोपहर 12 बजे
संध्याआरती – शाम 7:30 बजे
रात्रिआरती – रात 9:30 बजे
घृणेश्वर मंदिर कांटेक्ट नंबर-GHRINESHWAR TEMPLE CONTACT NUMBER
09422714345
घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर जाने का उत्तम समय-BEST TIME TO VISIT GHRINESHWAR TEMPLE
घृणेश्वर मंदिर आप वर्ष भर में कभी भी जा सकते है । इसके अलावा आप महा शिवरात्रि , श्रावण , गणेश चतुर्थी आदि उत्सवों पर जा सकते है । इस दौरान मंदिर में विशेष पूजा अर्चना और सजावट होती है । साथ ही साथ बाज़ारो में भी मेलो का आयोजन होता है ।
घृणेश्वर मंदिर के पास घूमने लायक अन्य स्थान-PLACES TO VISIT NEAR BY GHRINESHWAR
एलोरादिगम्बरजैनमंदिर
दिगम्बर जैन मंदिर, घृणेश्वर मंदिर से मात्रा 600 मीटर की दूरी पर स्थित है।
यदि आप घृणेश्वर मंदिर आये है तो यहाँ वक़्त निकाल कर अवश्य आये।
एलोराकीगुफाएं
एलोरा की गुफाएं घृणेश्वर मंदिर से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। यहां आप जरूर आये। यहाँ आपको आदि काल से जुड़े कई साक्ष्य , भित्ति चित्र आदि देखने के लिए मिलेंगे। यहाँ मौजूद चित्र पुरे भारत में कही और देखने के लिए नहीं मिलेंगे।
दौलताबादकाकिला
दौलताबाद का किला घृणेश्वर मंदिर से करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
दौलताबाद का किला त्रिकोणीय आकार में बना हुआ है । इस किले की यह खास बनावट इस किले को बहुत खास बनाती है । महाराष्ट्र की ऐतिहासिक धरोहर में यह किला एक खजाने की तरह है । यदि आप भी इतिहास प्रेमी है तो यहाँ जरूर आये।
भद्रामारुतीमंदिर
भद्रा मारुती मंदिर भगवान् हनुमान जी को समर्पित है । यहाँ पर हनुमान जी शयन अवस्था में विराजमान है । यहाँ मौजूद हनुमान जी सम्पूर्ण रूप से सिन्दूर से ढके हुए है ।
भद्रा मारुती मंदिर घृणेश्वर मंदिर पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
लोनारक्रेटरझील
लोनार क्रेटर झील एक लैगून झील है । यह झील उल्का पिंड के हमले से बनी हुई है । इस कारन यह झील अपने आप में बेहद ख़ास है । आप यहाँ पर विभिन्न प्रकार के वन्य जीव देख सकते है।लोनार क्रेटर झील घृणेश्वर मंदिर 169 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
घृणेश्वर मंदिर के निकट धर्मशाला और होटल्स-DHARMSHALA AND HOTELS NEAR BY GHRINESHWAR TEMPLE
एलोरा ओम सिद्देश्वर भक्त निवास धाम धर्मशाला यह धर्मशाला घृणेश्वर मंदिर से 1.5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है ।
होटल कैलास होटल कैलास मंदिर के बेहद पास है आप मंदिर आये तो यहाँ भी रुक सकते है । होटल कैलाश घृणेश्वर मंदिर से 0.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।
एलोरा हेरिटेज रिसोर्ट एलोरा रिसोर्ट मंदिर से 0.5 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है ।
पेस होटल पेस होटल घृणेश्वर मंदिर से 5.1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । आप यहाँ भी आकर रुक सकते है ।
होटल कार्तिक होटल कार्तिक औरंगाबाद में स्थित है। यह होटल घृणेश्वर मंदिर से करीब 20 किलोमीटर दूरी पर है ।
कैसे पहुंचे घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग-HOW TO REACH GHRINESHWAR JYOTIRLING
घृणेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए आप फ्लाइट, ट्रैन या बस किसी का भी उपयोग कर सकते है।
औरंगाबादएयरपोर्ट –आप फ्लाइट द्वारा भी घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग पहुंच सकते है। इसके लिए आप औरंगाबाद एयरपोर्ट पर उतर कर वहाँ से कैब या टैक्सी कर सकते है।औरंगाबाद एयरपोर्ट से घृणेश्वर मंदिर की दूरी 29 किलोमीटर है।
औरंगाबादरेलवेस्टेशन –आप ट्रैन द्वारा भी घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग पहुंच सकते है। इसके लिए आप औरंगाबाद रेलवे स्टेशन पर उतर कर वहाँ से कैब या टैक्सी कर सकते है। औरंगाबादरेलवे स्टेशन से घृणेश्वर मंदिर की दूरी 22 किलोमीटर है ।
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