हरिद्वार की महिमा बहुत ही अद्भुत है। यहां आपको आसपास प्राकृतिक खूबसूरती के अतिरिक्त रोमांचक स्थल भी मिल जातें हैं, जहां आप एडवेंचर गतिविधियाँ कर सकते हैं। सावन के महीने में हरिद्वार पूरा कावंड़ियों से भरा रहता है, जो गंगा नदी के जल से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं, साथ हीं चंडा देवी का मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है। हरिद्वार की आलू पूरी और भरवां परांठे का स्वाद बहुत हीं स्वादिष्ट होता है। यदि आप भी हरिद्वार आए हैं, तो यहां पर स्थित स्वामी नारायण धर्मशाला की सारी जानकारी आपको इस पोस्ट में उपलब्ध हो जाएगी।
श्री स्वामीनारायण परमसुख आश्रम हरिद्वार
हरिद्वार रेलवे स्टेशन से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित श्री स्वामीनारायण परमसुख धाम आश्रम आपको हरिद्वार में ठहरने की आध्यात्मिक व्यवस्था प्रदान करता है। आश्रम के बाहर आपको 10 कार पार्क करने जितना पार्किंग एरिया प्रोवाइड होता है, जिसमें आप टू व्हीलर भी पार्क कर सकते हैं। यह आश्रम नवनिर्मित इमारत में संचालित किए जाने के साथ इसका उद्घाटन 2022 में किया गया था। चार मंजिला इस इमारत के ऊपर के दो फ्लोर पर यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था रहती है तथा नीचे के दो फ्लोर पर स्वामी जी और उनके शिष्य तथा यहां तपस्या करने वाले भक्तगण ठहरते हैं।
यहां के सबसे नीचे वाले फ्लोर में स्वामीनारायण जी का मंदिर और एक हाॅल बना है, जिसमें भागवत कथा की जाती है। तीसरे फ्लोर पर आपको एसी और नॉन एसी दोनों कैटेगरी के रूम मिलते हैं, जिसमें आपको डबल बेड की सुविधा के साथ अटैच लेट-बाथ भी उपलब्ध रहता है, जिसमें गीजर तथा टाॅयलेट फ्लश लगा हुआ है। एक्स्ट्रा पर्सन के लिए आप यहां पर एक्स्ट्रा बेड ले सकते हैं, जिसमें 300 रूपये एक्स्ट्रा बेड का चार्ज अलग से लिया जाता है। यहां पर आपको तीन समय के भोजन की भी सुविधा उपलब्ध हो जाती है।
Room Charge:
दो लोगों के नाॅन एसी रूम का किराया – 500 रूपये
तीन लोगों के नाॅन एसी रूम का किराया – 700 रूपये
चार लोगों के लिए एसी वाले रूम का किराया – 1500 रूपये
तो दोस्तों यदि आप भी देवभूमि हरिद्वार आएं हैं, तो यहां पर स्थित स्वामी नारायण परमसुख धाम आश्रम में एक बार जरूर विजिट करिएगा और हमें कमेंट करके बताइएगा कि आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी।
We, with our blogs, promotes the traveling lifestyle and helps in guiding people about all the aspects of exploring a new place, shaktipeeth, jyortirlinga, foods, temples, etc.