समुंद्र मंथन के समय जिन चार स्थानों पर अमृत छलका था, उन स्थानों में नासिक भी है, जहां प्रति 12 वर्षों में कुंभ का मेला आयोजित किया जाता है। इस नगर में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण ने वनवास के समय काफी समय गुजारा था। यह धरा तीर्थयात्रियों के अलावा पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है, जिसमें यहां कि सह्याद्रि पर्वत श्रृंखलाएं इसे प्राकृतिक स्वरूप प्रदान करती है। यदि आप भी नासिक आएं हैं, तो यहां पर स्थित बिरला धर्मशाला की सारी जानकारी आपको इस पोस्ट में मिल जाएगी।
Birla Guest House Nashik-बिरला गेस्ट हाउस नाशिक
नासिक बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बिरला मात्र भवन नासिक आने वाले गेस्ट को सुगम एवं आसान प्रवास की व्यवस्था कराता है। यहां पर आपको एयर कंडीशनर और नॉन एयर कंडीशनर वाले रूम उपलब्ध हो जाते हैं, जो कि काफी बजट फ्रेंडली होते हैं। यहां धर्मशाला के बाहर आपको थोड़ी दूर पर पार्किंग के लिए जगह भी अच्छी मिल जाएगी। 4 मंजिला में बने इस भवन का संचालन बिरला ट्रस्ट द्वारा किया जाता हैं, जहां आपको नहाने के लिए बाथरूम में 24 घंटे पानी की सुविधा उपलब्ध रहती है। यहां पर ऐसी वाले रूम का किराया ₹950 तथा नॉन एसी वाले रूम का किराया ₹330 होता है, जो कि आपको रूम बूक करने पर जमा कराना अनिवार्य होता है।
यहां एसी वाले रूम में आपको रेफ्रिजरेटर के साथ अटैच लेट बाथ की सुविधा मिलती हैं , जो अंदर से काफी बड़े हैं। धर्मशाला में आपको किचन भी उपलब्ध हो जाता है, जहां पर आप खाना भी बना सकते हैं। धर्मशाला का चेकआउट समय सुबह 9:30 का होता है। यदि आपको रूम छोड़ना हो, तो यहां का प्रबंधन पहले रूम की पूरी जांच करता है, अगर कुछ खामी होती है, तो उसकी वसूली भी आपसे ही होगी। यहां से नासिक के सभी दर्शनीय स्थल बेहद पास-पास में ही स्थित है, जहां आप वाहन से पहुंच सकते हैं।
तो दोस्तों यदि आप भी नासिक आएं हैं, तो यहां पर स्थित बिरला मातृ मंगल धर्मशाला में एक बार अवश्य ठहरिएगा और हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा कि इस पोस्ट में आपको क्या पसंद आया।
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